खगोल पिण्डों वाक्य
उच्चारण: [ khegaol pinedon ]
उदाहरण वाक्य
- सूर्य या किसी अन्य तारे के चारों ओर परिक्रमा करने वाले खगोल पिण्डों को ग्रह कहते हैं।
- यह खगोल पिण्डों की स्थिति, गति और प्रभाव सहित भारतीय व्रत-त्योहार आदि में ईस्वी सन् की कोई उपयोगिता है ही नहीं।
- मगर यह खगोल पिण्डों की स्थिती, गती, प्रभाव सहित भारतीय व्रत-त्यौहार आदी में अंग्रेजी सन बहुत ही बौना साबित है न कॉफी व उसकी कोई उपयोगिता नहीं होती है।
- भारतीय कालगणना खगोल पिण्डों की गति के सूक्ष्म निरीक्षण के आधार पर प्रतिपल, प्रतिदिन होने वाले उसके परिवर्तनों, उसकी गति के आधार पर यानी ठोस वैज्ञानिक सच्चाईयों के आधार पर निर्धारित हुई है।
- पृथ्वी से एक खरब प्रकाशवर्ष दूर भी ऐसा ही ब्रह्माण्ड है खगोल पिण्डों और ग्रह-नक्षत्रों से भरा हुआ समय नहीं है कहीं सब कुछ स्थिर है आदि से अनन्त तक आदि और अनन्त भी नहीं है जैसे मोक्ष नहीं है सिर्फ़ धर्म हैं झूठमूठ के टाइमपास के साधन
- वर्षमान 365. 858 6805 दिन भी उन्होने ही तय किया व त्रिकोणमिति का अविष्कार किया था, इसी प्रकार उज्जैन में जन्में वराह मिहिर ने खगोल पिण्डों की गहन छानबीन की, भास्कराचार्य ने सबसे पहले गुरूत्वाकर्षण के सिद्यांत को स्थापित करते हुए बताया कि सारा बृम्हांण्ड एक दूसरे के गुरूबल अंतरो पर अबलंवित व गतिशील है।
- अतः ढ़ेरों वैज्ञानिक जानकारि याँ हम तक अनुमान-प्रमाण से पहुंचती हैं जैसे कि रैदरफोर्ड ने अपनी आंखों से परमाणु को नहीं देखा था लेकिन बिखरे किरणों के अध्ययन व अपने अनुमान-प्रमाण के द्वारा वह इस निर्णय पर पहुंचा कि धनात्मक अणुओं के चारों ओर ऋणात्मक अणु चक्कर लगाते हैं इसी तरह से हम ब्लैक होल को भी अपने प्रत्यक्ष आंखों से नहीं देख सकते लेकिन हम इनके अस्तित्व को कुछ खगोल पिण्डों के गतिशीलता से जान सकते है।
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